अखिल भारत शिक्षा अधिकार मंच के तहत आज इलाहाबाद स्थित साधना सदन में ‘समान स्कूल व्यवस्था और इलाहाबाद हाईकोर्ट का फ़ैसला’ विषय पर एक राष्ट्रीय सम्मलेन का आयोजन किया गया. इस सम्मलेन में दिशा छात्र संगठन भी
शामिल हुआ. कार्यक्रम के दौरान दिशा छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने क्रान्तिकारी गीत ‘मशाला बालकर चलना’, ‘सृष्टि बीज का नाश न हो’ गाये. ‘दिशा छात्र संगठन’ के प्रसेन ने कहा कि पूँजीवादी व्यवस्था की असमाधेय संकट के इस दौर में एक समान स्कूल व्यवस्था का संघर्ष तभी किसी मुकाम तक पहुँच सकता है जब इसे पूँजीवादी व्यवस्था को उखाड़ फेंकने के संघर्ष की एक कड़ी के रूप में चलाया जाय. इस सम्मलेन का महत्त्व तभी है जब इस संघर्ष को व्यापक तौर पर तृणमूल स्तर पर पहुँचाया जाय और जन आन्दोलन में तब्दील कर दिया जाय.