महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक (हरियाणा) में दिशा छात्र संगठन की ओर से 23 जुलाई को शहीद चन्द्रशेखर ‘आज़ाद’ के 110वें जन्मदिवस के अवसर पर शहीद स्मृति सभा का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम सफल रहा. दिशा छात्र संगठन के इन्द्रजीत ने बताया कि देश के ऊपर मर-मिटने वाले शहीदों के सपनों का भारत अभी नहीं बन पाया है. इसके लिए मेहनतकाश जनता को एकजुट होना होगा और नये समाज के निर्माण में युवाओं की महती भूमिका होगी.
कार्यक्रम में प्रगतिशील हरियाणवी कविता/रागिनी के मुखर हस्ताक्षर साथी रामधारी खटकड़ की प्रस्तुतियों ने चार-चाँद लगा दिये. साथी रामधारी खटकड़ के द्वारा तीन रागनियाँ प्रस्तुत की गयी जिन्होंने न केवल श्रोताओं के मन को छुआ बल्कि बदलाव की ज़रूरत का अहसास भी कराया. कार्यक्रम के दौरान पुस्तक प्रदर्शनी भी लगायी गयी. छात्रों ने पर्याप्त उत्साह के साथ कार्यक्रम में भागीदारी की. हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के कमाण्डर, देश के सच्चे क्रान्तिकारी सपूत, आज भी सच्ची आज़ादी और इंसाफ़ के लिए लड़ रहे हर नौजवान के प्रेरणास्रोत चन्द्रशेखर आज़ाद के जन्मदिवस (23 जुलाई) के अवसर पर…
शहादत थी हमारी इसलिए
कि आज़ादी का बढ़ता हुआ सफ़ीना
रुके न एक पल को
मगर ये क्या, ये अँधेरा?
ये कारवाँ रुका क्यों है?
बढ़े चलो,
कि अभी काफ़िला-ए-इंक़लाब को
आगे, बहुत आगे जाना है…[wds id=”1″]