खोरीवासियों तुम संघर्ष करो
हम तुम्हारे साथ हैं ।
खट्टर सरकार द्वारा फरीदाबाद के खोरी गांव को उजाड़ने व पुलिसिया दमन के विरोध में दिशा छात्र संगठन ने गोरखपुर के बिछिया मोहल्लें में विरोध प्रदर्शन किया।
हरियाणा की खट्टर सरकार, फरीदाबाद में खोरी गांव के करीब 20,000 घरों को उजाड़ने में लगी हुई है। जिसमें करीब डेढ़ लाख मेहनतकश आबादी रहती है। 7 मई 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने खोरी गांव के हजारों घरों को उजाड़ने का आदेश जारी किया। हरियाणा सरकार का कहना है कि खोरी गांव अवैध निर्माण के अंतर्गत आता है। 30 अप्रैल 2021 को खट्टर सरकार ने 1700 घरों को गिरा दिया था और पिछले 3 हफ्तों से खट्टर सरकार घरों को ढहाने में लगी हुई है। गांव वालों के प्रतिरोध करने पर, खोरी गांव को छावनी में बदल दिया गया है। महीनों से गांव में बिजली व पानी की आपूर्ति काट दी गई है। जनता के विरोध के बावजूद खट्टर सरकार ने हरियाणा व दिल्ली पुलिस की बंदूक की नोक के दम पर खोरी गांव के नीला बोर्ड व पंजाबी कॉलोनी के 500 घरों को मिट्टी में मिला दिया है। खोरी गांव को उजाड़ने का विरोध करने पर गांव वालो पर बर्बर लाठीचार्ज किया गया और बिगुल मज़दूर दस्ता व अन्य संगठनों के साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में जनदबाव के चलते उन्हें रिहा करना पड़ा। खोरी की जनता के इतने विरोध के बावजूद भी खट्टर सरकार हजारों घरों को ढहाने की प्रक्रिया में लगी हुई है। इस बर्बर तानाशाह खट्टर सरकार के खिलाफ सभी इंसाफ़पसंद लोगों को एकजुट होकर खोरी गांव की जनता के पक्ष में खड़ा होना होगा जिससे उनके घरों को उजड़ने से बचाया जा सके।